Wednesday, 13 July 2016

जानिए कौन सी हैं वे 15 बातें, जिन्हें दुनिया से छुपाता है चीन

चीन दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाला देश है और इसकी जनसंख्या करीब 1 अरब 35 करोड़ है। चीन के कुछ रहस्य ऐसे हैं, जिन्हें दुनिया नहीं जानती और चीनी चाहते हैं कि इनके बारे में दुनिया के लोगों को जानकारी भी न हो। हम आपको ऐसे ही रहस्यों की जानकारी दे रहे हैं।

1.सीधे मार दी जाती है गोली
सभी देशों ने सजा देने की प्रक्रिया में
थोडी ढ़ील दी है। लेकिन चीन अपने पुराने रवैये को जारी रखे हुए है। यहां क्रिमिनल्स को फांसी या कैमिकल अटैक न देकर उन्हें गोली मार दी जाती है। वर्ष
2005 में दुनिया भर में जितने लोगों को मौत की सजा
दी गई थी, उनमें अकेले चीन में यह संख्या चार गुने से अधिक थी।

2.कई शहर हैं भूतिया
चीन में करीब 6 करोड़ 50 लाख मकान खाली हैं, जिसमें कई कस्बे भी शामिल हैं, जहां कोई नहीं रहता है। यह पुराने या जर्जर नहीं बल्कि पूरी तरह से नए बनाए गए कस्बे और भवन हैं, जो लोगों की संभावित बढ़ती जनसंख्या को ध्यान में रखकर बनाए गए थे।

3.खाली पड़े हैं मॉल
चीन गर्व से इस बात का दावा कर सकता है कि उसके देश में सबसे लम्बा मॉल है। इसका नाम न्यू साउथ चाइना मॉल है, जिसमें 2350 स्टोर हैं और इसमें 70 लाख वर्ग फुट जगह किराए पर देने के लिए मौजूद है। लेकिन इसे लेकर समस्या यह है कि खोले जाने के
7 वर्ष बाद से यह 99 फीसदी खाली है। इसके मुख्य द्वार के पास कुछेक फास्ट फूड स्टोर हैं। ऐसे और भी मॉल यहां हैं।

4.पार्क में रहते हैं बौने
चीन में एक स्थान है जिसे किंगडम ऑफ द लिटल
पीपुल कहा जाता है। इस स्थान पर बौने लोगों को पर्यटकों के मनोरंजन के लिए रखा जाता है। इस पार्क में करीब 100 से ज्यादा बौने रहते हैं।

5.गुफाओं में रहते हैं लोग
यहां के 3 करोड़ से ज्यादा लोग गुफाओं में रहते हैं। इनमें से
ज्यादातर लोग शानशी प्रांत में रहते हैं जहां
मिट्टी में गुफाएं बनाना आसान होता है। इन्हें अक्सर ईंटों
से सजा दिया जाता है।

6.वायु प्रदूषण
चीन में औद्योगीकरण के चलते इतना अधिक
वायु प्रदूषण हो गया है कि लोग घर से बाहर मास्क पहनकर निकलते हैं ताकि उन्हें सांस लेने में परेशानी न हो। यह समस्या केवल चीन तक ही सीमित
नहीं है, बल्कि यह हवा के प्रवाह के साथ अमेरिका के
उत्तरी कैलिफोर्निया तक पहुंचती है। सैन
फ्रांसिस्को में हवा का एक तिहाई वायु प्रदूषण चीन से
आता है।

7.बच्चों में होता है जन्मजात दोष
वर्ष 2001 से चीन में जन्म लेने वाले बच्चों में
जन्मजात दोष 40 फीसदी की दर
से बढ़ रहा है। चीन में हर साल करीब 1
करोड़ बीस लाख शिशु जन्म लेते हैं जो जन्मजात दोषों से ग्रस्त होते हैं। यहां प्रत्येक 30 सेकंड पर एक शिशु का जन्म होता है।

8.लोग पीते हैं प्रदूषित पानी
पूरा देश प्रदूषित पानी की समस्या से
पीढ़ित है। हर दिन 70 करोड़ लोग गंदा पानी
पीते हैं। यहां केवल 10 प्रतिशत सीवेज का
रियूज किया जाता है, बाकि के सारे गंदे पानी को नदियों, तालाबों और झीलों में फेंक दिया जाता है। यही
पानी घरों में सप्लाई कर दिया जाता है और यही
भूजल में शामिल हो जाता है।

9.पुनर्जन्म पर है रोक
यह एक हास्यास्पद दावा है कि चीन सरकार ने बौद्ध
भिक्षुओं के पुनर्जन्म पर रोक लगा दी है। कोई
भी पूछ सकता है कि यह संभव कैसे होता है? कहा जाता है कि फिर से जन्म लेने के लिए भी चीन
सरकार से अनुमति लेनी पड़ती है। वास्तव में,
इस तरह की हास्यास्पद कोशिशें दलाई लामा के प्रभाव को सीमित करने की कोशिश है।

10.गोबी रेगिस्तान में समाता जा रहा है चीन
गोबी रेगिस्तान चीन का सबसे बड़ा रेगिस्तान है।
यह 500,000 स्कैवयर मील में फैला हुआ है। जो कि
पेरू के साइज के बराबर है। यह रेगिस्तान हर दिन बड़ रहा है। हर साल इसमें 1400 स्कैवयर मील एड हो जाता है। लगातार वनों की कटाई, चराई और पानी की
कमी के कारण ऐसा हो रहा है।

11.जमकर होती है पायरेसी
वर्ष 2010 में चीन में बने कम्प्यूटरों में जो सॉफ्टवेयर
लगाए गए थे, उनमें से 78 फीसदी अवैध
तरीके से चोरी ‍किए गए थे। सारी
दुनिया में तकनीकी चोरी की
दर जहां 42 फीसद है वहीं चीन
में यह दर लगभग दोगुनी है।

12.फलते फूलते ईसाई
यह आश्चर्यजनक है कि चीन में करीब 5
करोड़ 40 लाख ईसाई हैं और इनकी संख्या
बढ़ती जा रही है। जल्द ही इनकी गिनती दुनिया की
बड़ी ईसाई जनसंख्या में होगी। चीन
में आज इटली से ज्यादा ईसाई लोग हैं।

13.बहुत गरीबी
हालांकि यह बात सभी जानते हैं कि अमेरिका भी
चीन से पैसा उधार लेता है, लेकिन इसके बावजूद
चीन की बहुत सारी जनसंख्या
गरीबी में जीती है।
वास्तव में चीन में करीब 10 करोड़ लोग ऐसे हैं
जो कि प्रति दिन एक डॉलर यानी 67 रुपए आय पर गुजर करते हैं। करीब 4 करोड़ लोग ऐसे हैं जो कि प्रति दिन 2 डॉलर यानी 134 रुपए से कम आय पर जीवन
गुजारते हैं।

14.टाइम जोन से परेशान है चीनी
चीन के हिस्से में सूर्योदय सुबह 10 बजे के वक्त पर
होता है। ऐसा इसलिए हैं क्योंकि देश ने अपने 5 टाइम जोन को मिलाकर एक कर दिया है। वर्ष 1949 में चीन की कम्युनिश्ट पार्टी ने तय किया कि देश बहुत बड़ा है, इसलिए इस पर नियंत्रण के लिए जरूरी है कि एक जैसे टाइम जोन- बीजिंग स्टैंडर्ड टाइम- के अंतर्गत रखा जाए। इसके परिणामस्वरूप देश के कई हिस्सों में सनराइज टाइम दस बजे सुबह तक निर्धारित है।

15.वेबसाइट्स पर रोक
चीन में 2009 से फेसबुक और ट्विटर पर रोक है।
2012 में एक लेख पर नाराज होकर चीन सरकार ने
न्यूयॉर्क टाइम्स पर भी रोक लगा दी थी। कहा जा रहा है कि सरकार शंघाई फ्री टेड जोन में जल्द ही रोक हटा सकती है लेकिन यह फैसला भी कारोबारी कारणों से प्रभावित होगा।

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